Wednesday, April 01, 2015

हनुमान गायत्री मंत्र।


हनुमान गायत्री मंत्र।
हिन्दू धर्म में भरपूर ज्ञान, ऊर्जा, बल व पुरुषार्थ के जरिए सेहत और सफल जीवन पाने के लिए जगतजननी गायत्री की उपासना का महत्व बताया गया है। ज्ञान शक्ति स्वरूप वेदों की माता, गायत्री 24 देवशक्तियों के रूप में जीवन से जुड़े अलग-अलग लक्ष्यों को पाने की राह आसान बनाती है।

इन गायत्री शक्तियों में श्री हनुमान भी एक हैं। श्री हनुमान शक्ति, संयम और पुरुषार्थ के प्रतीक हैं जिनकी उपासना हर तरह से सबल और सफल बनाने वाली मानी गई है। मंगलवार, शनिवार या पूर्णिमा श्री हनुमान भक्ति का विशेष दिन है।

यही कारण है कि मंगलवार को हनुमान की विशेष गायत्री मंत्र से उपासना यश, धन व सफलता की हर कामना सिद्ध करने वाली मानी गई है। जानिए, यह आसान व अचूक हनुमान गायत्री मंत्र –

सुबह व शाम स्नान के बाद पवित्र भावों के साथ श्री हनुमान की सिंदूर प्रतिमा पर सिंदूर व चमेली के तेल से चोला चढ़ाएं।
श्री हनुमान को लाल चंदन, लाल फूल, जनेऊ व श्रीफल यानी नारियल चढ़ाएं। गुड़-चने या गुड़ के पकवानों का भोग लगाएं।
धूप व दीप जलाकर लाल आसन पर श्री हनुमान की प्रतिमा की ओर मुख कर बैठें व चंदन या रुद्राक्ष की माला से नीचे लिखे हनुमान गायत्री मंत्र का स्मरण, सुख-ऐश्वर्य व अनिष्ट शांति की कामना से कम से कम 108 बार करें –
ॐ अंजनीसुताय विद्महे,
वायुपुत्राय धीमहि,
तन्नो मारुति: प्रचोदयात्।।

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