अंकोरवाट मंदिर।
कम्बोडिया का अंकोरवाट मंदिर का इतिहास व रहस्य-
यह विश्व के विशालतम् मन्दिरों मे से एक अनुठा मंदिर है। कम्बोडिया मै भगवान विष्णु जी का यह
मंदिर सन् 702 ई० मै राजा सुमेर वरमन व यशोवरमन ने 36 साल 204 दिन मै बनवाया था।
मिनाग नदी के तट पर बना यह मंदिर चोल शासको की देन है जो भगवान विष्णु की पूजा
करते थे। इस मंदिर को यमलोक का दरवाजा भी कहते है। इस मंदिर के चारो तरफ 82 फुट
चौड़ी व 702 फीट गहरी खाई है जो गिरा वह काल के मूह मै समा गया। मंदिर पर जाने के लिये
फाटक का इस्तेमाल होता है। गहरी खाई पानी से लबालब पानी से भरा होता है। इस खाई मै
अनगिनत मगरमच्छ व जहरीले नाग अजगर रहते है। चोल शैली बना यह मंदिर की उचाँई 76 मीटर
है। जो विश्व का इतनी उचाँई वाला एकमात्र मंदिर है। अकोरवाट का पुराना नाम यशोधरपुर था बाद
मै यहाँ के शासक अकंरवट ने इसका नाम सन् 1102 ई० मै अकोरवाट रख दिया। अकोरवाट का
मंदिर देखने लायक है पर जाना पड़ता है सभलकर।
जय श्री स्वामीनारायण...
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